प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिन्होंने सऊदी अरब की राज्य यात्रा को छोटा कर दिल्ली वापसी की, ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने इस हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और यह सुनिश्चित किया कि हमलावरों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमलावरों को पकड़कर न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।

वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आतंकवादियों और उनके आकाओं को कड़ा संदेश दिया है। राजनाथ सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ जल्द ही एक सशक्त जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम न केवल उन लोगों तक पहुंचेंगे जिन्होंने हमला किया, बल्कि हम उन लोगों तक भी पहुंचेंगे जिन्होंने पर्दे के पीछे छिपकर इस साजिश को अंजाम दिया। हमलावरों और उनके आकाओं को टारगेट किया जाएगा।”
राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ बैठक के बाद यह बयान दिया। इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा उपायों को लेकर चर्चा की गई और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए रणनीतियाँ बनाई गईं।
उन्होंने कहा, “आतंकवादी हमारे शांतिपूर्ण समाज में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम उन्हें यह समझा देंगे कि भारत का जवाब हमेशा मजबूत और एकजुट होगा। हम आतंकवाद को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।”
इस हमले में कुल 26 लोग मारे गए थे, जिनमें कई पर्यटक शामिल थे। यह हमला विशेष रूप से भयावह था, क्योंकि आतंकवादियों ने बिना किसी लिहाज के निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया। इस हमले के बाद भारत में आक्रोश का माहौल है और हर वर्ग के लोग आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान से यह स्पष्ट है कि भारतीय सरकार इस हमले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प ले चुकी है। अब यह देखा जाएगा कि भारतीय सेना और इंटेलिजेंस एजेंसियां इस हमले में शामिल आतंकवादियों का पता कैसे लगाती हैं और उन्हें सजा दिलाने के लिए क्या कदम उठाती हैं।
इसके साथ ही, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अन्य राजनीतिक दलों ने भी इस हमले की निंदा करते हुए सरकार से आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की मांग की है। कांग्रेस पार्टी ने भी इस हमले की निंदा की और आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कदम उठाने की बात की।
यह हमला न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि आतंकवादियों ने भारत की शांति और सुरक्षा को चुनौती दी है। अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को इस हमले के मास्टरमाइंड्स तक पहुंचने के लिए पूरी ताकत से काम करना होगा।
सम्पूर्ण देश इस समय एकजुट हो गया है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को एक नई दिशा देने के लिए सरकार की कार्रवाई का समर्थन कर रहा है। यह समय है जब भारत को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना होगा और दुनिया को यह दिखाना होगा कि हम आतंकवादियों के खिलाफ एकजुट हैं और किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए तैयार हैं।

भारत के लिए यह न केवल एक सुरक्षा चुनौती है बल्कि यह हमारे लोकतंत्र और हमारी एकता की परीक्षा भी है।