अंतरिक्ष से भारत का अद्भुत नजारा: सुनीता विलियम्स ने हिमालय, मुंबई और रोशनी के जाल का किया जिक्र
भारतीय मूल की प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष से भारत के शानदार दृश्य का वर्णन करते हुए इसे “अद्भुत, बिल्कुल अद्भुत” करार दिया। उनके इस बयान ने न केवल वैज्ञानिक जगत में बल्कि भारतीय नागरिकों के बीच भी उत्सुकता बढ़ा दी है।
जब आज से करीब चार दशक पहले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने यही सवाल किया था— “अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है?”— तो उन्होंने प्रसिद्ध शायर मुहम्मद इकबाल की पंक्ति “सारे जहां से अच्छा” कहकर जवाब दिया था। अब, इतने वर्षों बाद, सुनीता विलियम्स से ठीक यही प्रश्न पूछा गया।

286 दिन तक अंतरिक्ष में रहने के बाद लौटीं सुनीता विलियम्स
नासा के क्रू-9 मिशन का हिस्सा रहीं सुनीता विलियम्स, अंतरिक्ष में 286 दिन बिताने के बाद हाल ही में पृथ्वी पर वापस लौटी हैं। सोमवार, 31 मार्च को नासा द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे पूछा गया कि भारत अंतरिक्ष से कैसा दिखता है, तो उन्होंने बिना किसी झिझक के कहा—
“अद्भुत, बिल्कुल अद्भुत।”
उन्होंने बताया कि जब भी हिमालय के ऊपर से उनका स्पेसक्राफ्ट गुजरा, तो उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर ने अविश्वसनीय तस्वीरें लीं। उन्होंने हिमालय को “आश्चर्यजनक” बताया और कहा कि यह दृश्य उनके दिलो-दिमाग में हमेशा बसा रहेगा।
भारत के रंग-बिरंगे भौगोलिक स्वरूप का वर्णन
सुनीता विलियम्स ने आगे बताया कि भारत का भूगोल अंतरिक्ष से बेहद अनोखा दिखता है। उन्होंने इसे एक विशाल लहर की तरह बताया, जो भारतीय उपमहाद्वीप में प्रवेश करने के बाद विभिन्न रंगों में बिखर जाती है। उन्होंने खासतौर पर गुजरात और मुंबई के समुद्री इलाकों का जिक्र किया।
“जब हम पूर्व से गुजरात और मुंबई की ओर बढ़ते हैं, तो समुद्र में मछली पकड़ने वाली नावों के समूह हमें यह संकेत देते हैं कि अब हम भारत के ऊपर हैं।”
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि रात के समय भारत का नजारा और भी रोमांचक होता है। दूर से देखने पर पूरे देश में रोशनी का एक विशाल नेटवर्क फैला दिखता है, जो बड़े शहरों से छोटे कस्बों और गांवों तक फैला हुआ है। दिन के समय हिमालय का दृश्य सबसे ज्यादा ध्यान खींचता है।
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को लेकर उत्साह
सुनीता विलियम्स ने भारत के बढ़ते अंतरिक्ष मिशनों को लेकर भी गर्व और खुशी जाहिर की। नासा के आगामी एक्सिओम मिशन में भारतीय वायुसेना के टेस्ट पायलट और इसरो अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला भी शामिल होंगे। इस पर विलियम्स ने कहा—
“यह बहुत शानदार बात है कि भारत के पास अब अपना ‘होमटाउन हीरो’ होगा। वह खुद अंतरिक्ष से भारत को देखेगा और अपने अनुभव साझा करेगा।”
उन्होंने इसरो के अंतरिक्ष मिशन को समर्थन देने की इच्छा जताते हुए कहा—
“मुझे उम्मीद है कि मैं भारत के स्पेस फ्लाइट प्रोग्राम में किसी तरह मदद कर सकती हूं। यह देश एक महान लोकतंत्र है और अंतरिक्ष शक्तियों के बीच अपनी जगह बना रहा है। मैं भारत के अधिक से अधिक लोगों के साथ अपने अनुभव साझा करना चाहूंगी।”
अंतरिक्ष यात्रा के अनुभव साझा किए
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में नासा क्रू-9 मिशन के तीन अंतरिक्ष यात्री— सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और निक हेग— ने अपने अनुभव साझा किए। सुनीता ने बताया कि स्पेस स्टेशन से लौटने के बाद धरती पर आने का एहसास अलग ही था। उन्होंने भारत के साथ अपनी भावनात्मक जुड़ाव को भी स्पष्ट किया।

भारत के अंतरिक्ष अभियान की बढ़ती उपलब्धियों और नासा के साथ सहयोग के बीच, सुनीता विलियम्स का यह बयान भारतीय अंतरिक्ष प्रेमियों के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत है। 🌍🚀✨