महिला आयोग की अध्यक्ष ने हैल्प लाइन में काउंसलिंग के दौरान पीड़िता से उचित व्यवहार रखने के दिए निर्देश

आज दिनाँक 18 अप्रैल 2025 को उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने ऋषिकेश थाने का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थाने व महिला हैल्प डेस्क में महिलाओं सम्बंधित आने वाले मामलों की जानकारी ली वहीं आयोग की अध्यक्ष ने आज थाने में जन सुनवाई भी की।

राज्य महिला आयोग द्वारा समय समय पर विभिन्न स्थानों में जनसुनवाई आयोजित कराई जाती है। इसी कड़ी में आज राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने ऋषिकेश थाने में जन सुनवाई में आई महिलाओं की शिकायतों को सुन लगभग दस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए है। वहीं कुछ मामलों को महिला आयोग में काउंसलिंग के माध्यम से निस्तारण के लिए भेजा गया।

फरियादियों में कुछ मामले संपत्ति विवाद के थे जिसके लिए कोर्ट में मुकदमा करने के लिए जानकारी दी है, तथा पीड़िता को निशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए है।

वही इस दौरान अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने थाने में शिकायत पंजिका का निरीक्षण कर उपस्थित अधिकारियों से महिला संबंधी दर्ज मामलों की जानकारी ली गई। उन्होंने केस डायरी देखी व महिला हेल्प डेस्क व काउंसलिग सैल में पीड़िताओं की काउंसलिग की भी जानकारी ली। उन्होंने इस मौके पर काउंसलिग सैल को पीड़ित महिला से काउंसलिंग के दौरान उचित व्यवहार रखने के निर्देश दिए है।

उन्होंने कहा कि प्रशासन का काम है कि पीड़ित व असहाय को उचित न्याय के लिए सहयोग प्रदान करें, तथा किसी भी पीड़ित या परेशान व्यक्ति या महिला से सौहार्दपूर्ण बर्ताव करे, यह सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि शिकायतकर्ता या पीड़ित कि समस्या को अच्छे से सुना जाए और उसके बाद उसके बताए तथ्यों के आधार पर जांच करते हुए न्यायोचित कार्रवाई की जाए।

कुसुम कण्डवाल ने कहा की आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार महिला सुरक्षा को लेकर अत्यंत संवेदनशील है। आयोग की अध्यक्ष ने थाने में उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया गया कि पुलिस महिलाओं के लिए व उनसे सम्बंधित मामलों में संवेदनशील रहें एवम शीघ्र अति शीघ्र महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण करें।

उन्होंने घरेलू हिंसा के बढ़ते मामलों के लिए कहा कि पीड़ित परिवार आयोग आने के लिए स्वतंत्र है, आयोग का मकसद है हमारे समाज के घर टूटे नही उनको जोड़ने के लिए आयोग भी काउंसलिग कराता है तथा मामले को पूर्ण रूप से गुप्त रखा जाता है परंतु वही जब किसी महिला के साथ गलत होता है या उसे पति, परिवार, ऑफिस कर्मियों या अन्य के द्वारा प्रताड़ित किया जाता है तो महिला आयोग अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई भी कराता है। आयोग अध्यक्ष ने कहा की आयोग का उद्देश्य है की हर पीड़ित महिला को सरल व सहज तरीके से कानूनी मदद मिल सके व उनकी समस्या का समाधान हो सके।

इस दौरान थानाध्यक्ष ऋषिकेश प्रदीप सिंह राणा, वरिष्ठ उप निरीक्षक विनोद कुमार, उप निरीक्षक नमिता सैनी, पार्षद माधवी गुप्ता, रुचि जैन, हेमा कौशिक, प्रकान्त कुमार आदि मौजूद रहे।

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