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"Virat Kohli Compares India-Pakistan Clash Pressure to Tennis Grand Slams at Wimbledon"

विराट कोहली ने भारत-पाकिस्तान मुकाबले की तुलना टेनिस से की, दबाव और मानसिक मजबूती पर खुलकर बोले

पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने हाल ही में क्रिकेट और टेनिस जैसे दो अलग-अलग खेलों के बीच ‘दबाव की स्थितियों’ को लेकर एक दिलचस्प तुलना की है। कोहली, जो फिलहाल टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, ने लंदन में विंबलडन टूर्नामेंट का आनंद लेते हुए टेनिस के दिग्गज विजय अमृतराज से बातचीत के दौरान ये विचार साझा किए। इस दौरान उनकी पत्नी और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा भी उनके साथ मौजूद थीं।

विराट कोहली ने कहा कि टेनिस खिलाड़ियों को हर हफ्ते जिस प्रकार के दबाव का सामना करना पड़ता है, वह क्रिकेट में केवल कुछ खास मौकों पर ही महसूस होता है — जैसे कि विश्व कप के नॉकआउट मुकाबले या फिर भारत-पाकिस्तान के बीच हाई-वोल्टेज मैचों में।

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अनुभव समान हो सकता है, लेकिन जो डर और दबाव हम पर भारत-पाकिस्तान या वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल या फाइनल जैसे मुकाबलों में होता है, वो वैसा ही है जैसे किसी टेनिस खिलाड़ी को लगातार क्वार्टरफाइनल से लेकर फाइनल तक का सफर तय करते हुए सहना पड़ता है। आपके पैर कांपते हैं, केवल दबाव की वजह से।”

कोहली ने टेनिस खिलाड़ियों के फिटनेस लेवल और मानसिक मजबूती की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के लगातार दबाव को झेलना और फिर भी संयम बनाए रखना आसान नहीं होता। “मैं टेनिस खिलाड़ियों का बहुत सम्मान करता हूं। वे जिस लेवल पर मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाए रखते हैं, वह काबिल-ए-तारीफ है,” कोहली ने कहा।

क्रिकेट और टेनिस में फर्क

कोहली ने बताया कि क्रिकेट और टेनिस दोनों खेलों में अपने-अपने तरह की चुनौतियाँ होती हैं। क्रिकेट में एक खिलाड़ी को मैच में लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है कि वह कब मैदान पर उतरेगा। इस बीच उसे मैच को पढ़ते रहना होता है, क्योंकि खेल की परिस्थितियाँ किसी भी पल बदल सकती हैं।

“क्रिकेट में चुनौती यह है कि आपको सुबह वार्म-अप करना होता है, लेकिन यह तय नहीं होता कि आप कब बल्लेबाजी करने उतरेंगे। आपको ड्रेसिंग रूम में बैठकर इंतजार करना होता है, और साथ ही साथ मैच को पढ़ना भी होता है। वहीं टेनिस में आपको पता होता है कि आप कब कोर्ट पर उतरेंगे, परिस्थितियाँ ज्यादा तय होती हैं,” कोहली ने समझाया।

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि टेनिस में खिलाड़ी के पास मैच के दौरान कई बार वापसी का मौका होता है, जबकि क्रिकेट में ऐसा नहीं होता। क्रिकेट में एक चूक पूरे मैच को पलट सकती है, जबकि टेनिस में सेट और गेम के रूप में वापसी की संभावनाएं बनी रहती हैं।

विराट कोहली का मौजूदा जीवन

गौरतलब है कि विराट कोहली हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। अब वह अपना अधिकतर समय परिवार के साथ लंदन में बिता रहे हैं और कभी-कभी मीडिया या खेल आयोजनों में दिखाई देते हैं।

कोहली के इस बयान ने एक बार फिर यह दिखाया कि वे खेल के हर पहलू को कितनी गंभीरता और गहराई से समझते हैं — चाहे वह खुद का अनुभव हो या दूसरे खेलों के प्रति सम्मान।

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