राजस्व विभाग अपने कर्मचारियों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहा है। कभी राजस्व विभाग के कर्मचारी फर्जी प्रमाण पत्र बनाने तो कभी प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर अवैध तरीके से पैसा लेने को लेकर अक्सर विवादों में रहते है। लेकिन इस बार तो राजस्व विभाग में एक बड़ा गड़बड़ झाला सामने आया है । रुड़की के एक समाजिक कार्यकर्ता प्रदीप त्यागी का कहना है कि राजस्व विभाग में मिलीभगत कर अधिकारियों ने 2011 से पहले विभाग में तैनात सीजनल अमीनो को बिना नियमावली के मानक पूरे किए बिना ही नियमित कर दिया है । इतना ही नही विभाग ने करीब 450 अमीनो और चपरासियों को लाखो रुपये एरियर का लाभ भी दे दिया है । 450 से अधिक कर्मचारियों को दिया गया एरियर लगभग 12 करोड रुपये से अधिक है जो कि राजस्व विभाग के लिए एक बड़ी हानि है इसलिए इस गड़बड़ झाले के लिए जो लोग जिम्मदार है उन लोगो की एक उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। इतना ही नही इन लोगो के खिलाफ राज्य सरकार को कड़े कदम उठाते हुवे सख्त कार्यवाही करनी चाहिए,कार्यकर्ता,राजस्व विभाग में नियमो को ताक रखकर संग्रह अमीनो को पहले तो नियमित किया गया उसके बाद उन्ही अमीनो को लाखों रुपये एरियर दिया गया बाद में उनको प्रमोशन के लाभ देकर नायाब तहसीलदार तक बना दिया गया। ये कारनामा तो बस राजस्व विभाग में ही हो सकता है क्योंकि राजस्व विभाग ये सब देखकर भी आँखे बंद किये है।