श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुले:जो बोले सो निहाल के जयकारों से गूंजा धाम,4 हजार श्रद्धालु रहे मौजूद
सबसे पहले साल की अरदास के साथ गुरु महाराज का पहला हुकमनामा जारी किया गया। इसके बाद पारंपरिक रीति रिवाज के साथ श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खोले गए। कपाट खुलने के अवसर पर श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा को साथ कुंतल फूलों से सजाया गया है।
धाम के कपाट खोलने के बाद सिख श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्री हेमकुंड साहिब में साल की पहली अरदास सुनने और शबद कीर्तन में शामिल होने के लिए पहुंचे हुए हैं। अभी तक तकरीबन 75 हजार श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा दिया हैउत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित श्री हेमकुंड साहिब 15000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है। यहां अधिकतर समय बर्फ जमी रहती है, अभी भी धाम में बर्फ जमी हुई है।
पिछले एक महीने से सेना के जवान तकरीबन 3 किलोमीटर के आस्था पथ से बर्फ हटाने का काम कर रहे थे।
वही यात्रा को सरल और सुगम बनाने के लिए सरकार द्वारा खास व्यवस्थाएं की गई है। प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर के इंतजाम किए हैं।


वही,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह ने सिख श्रद्धालुओं को कपाट खोलने की बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में लिखा है कि “जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल”
सीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा देश-विदेश से श्री हेमकुंड साहिब जी की यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं का देवभूमि उत्तराखण्ड में हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी तरह के इंतजाम किए गए हैं।