सरकार द्वारा गरीबों और जरूरतमंदों को दिया जाने वाला खाघान्न को लेकर भले ही सरकार ने नियम कड़े कर दिए हों, और कालाबाजारी रोकने के लिए खाघान्न वितरण के दौरान बायोमेट्रिक की व्यवस्था कर दी हो। मगर कालाबाजारी के धंधेबाज अब भी बाज नहीं आ रहे हैं।


इन्हीं शिकायतों के चलते आज तहसील प्रशासन ने संबंधित खाघान्न की दुकानों पर औचक छापामार कार्रवाई शुरू की। उच्च अधिकारियों से मिले आदेशों पर कार्रवाई करते हुए एक ऐसे ही मामले में तहसीलदार चमन सिंह ने खाघान्न विभाग की टीम के साथ विकासनगर अंतर्गत मेहूवाला खालसा गांव में स्थित अनिल शर्मा के नाम पर आवंटित सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर औचक छापामार कार्रवाई की। इस दौरान दुकान संचालक मौके से नदारद मिला। जिसको कई बार संपर्क करने पर वह मौके पर नहीं पहुंचा, जिसके चलते छापामार कार्रवाई करने पहुंची टीम द्वारा उक्त दुकान को सीज कर दिया गया।

जिसको लेकर शिकायतकर्ता का कहना है कि उक्त सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर दो तारिख को माल उठान के बाद भी अभी तक न तो राशन बांटा गया और न ही दुकान को खोला गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उक्त राशन को कालाबाजारी करके ठिकाने लगा दिया गया, और अब कार्रवाई से बचने के लिए दुकान संचालक जांच कराने से डर रहा है। वहीं इस मामले को लेकर तहसीलदार चमन सिंह का कहना है कि खाघान्न की कालाबाजारी की शिकायत पर यह अभियान चलाया जा रहा है जो आगे भी जारी रहेगा।

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