एमपीजी कालेज के सभागार में अखिल भारतीय अनुसूसचित जाति युवजन समाज की ओर से आयोजित अभिनंदन और सम्मान समारोह को कालेज छात्र संघ ने सूचना न दिए जाने और राजनैतिक कार्यक्रम किए जाने पर भारी विरोध किया और कार्यक्रम नहीं होने दिया वहीं युवजन समाज की ओर से आरोप लगाया गया कि जातिगत भावना के तहत सम्मान समारोह आयोजित नहीं होने दिया जाना, जो निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
एमपीजी कालेज के सभागार में संगठन के स्थापना दिवस पर एमपीजी कालेज में हाल ही में हुई शिक्षकों की नियुक्ति पर सम्मान समारोह आयोजित किया जाना था। लेकिन कालेज छात्र संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कालेज में राजनैतिक कार्यक्रम किए जाने का विरोध किया और काफी बहस होने के बाद भी कार्यक्रम नहीं होने दिया गया।
वहीं, कार्यक्रम के आयोजक और अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष विकास चौहान का कहना है कि संगठन गैर राजनैतिक और सामाजिक तथा एसटी एससी के हितों के लिए कार्य करने वाला संगठन है। संगठन के स्थापना दिवस पर कालेज के शिक्षकों का सम्मानित किये जाने का कार्यक्रम रखा गया था ताकि लंबे समय से कालेज में रिक्त शिक्षकों के पद भरे जा सकें, जिसमें एसटी एससी के शिक्षकों की संख्या अधिक थी।
लेकिन शिक्षकों का सम्मान करने का विरोध किया गया, लेकिन आश्चर्य की बात है कि आज भी लोग जातिगत भावना रखते हैं, जिसमें सत्तारूढ़ दल के संगठन ने विरोध किया। इस मौके पर छात्रसंघ अध्यक्ष मोहन शाही का कहना था कि बिना किसी सूचना के कालेज में कोई कार्यक्रम नहीं हो सकता, जिसमें छात्र संघ को भी सूचित नहीं किया गया।