11 साल बाद स्थायी न्यूरोलॉजिस्ट को राज्य के पहले सरकारी मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में तैनात किया गया है। मेडिकल कॉलेज पिछले 11 साल से न्यूरोलॉजिस्ट की तलाश में था, जो साल 2022 तक पूरा हो गया। न्यूरो संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए गढ़वाल के सभी मरीजों को पिछले 11 साल से इलाज के लिए देहरादून या ऋषिकेश जाना पड़ता था। लेकिन अब पहाड़ के मेडिकल कॉलेज में न्यूरोलॉजिस्ट की तैनाती से अब पहाड़ के मरीजों को राहत मिलने लगेगी।

बता दें कि वर्ष 2011 तक डॉ. महेश रमोला सरकारी मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर में न्यूरोलॉजिस्ट के पद पर तैनात थे। लेकिन उन्होंने किसी कारणवश यहां से इस्तीफा दे दिया था। जो अब देहरादून के महंत इंद्रेश अस्पताल में तैनात हैं। उनके जाने के बाद यहां स्थायी न्यूरोलॉजिस्ट का पद 11 साल से खाली था। न्यूरोलॉजिस्ट का पद खाली होने के कारण दूर-दराज से आने वाले मरीजों को न्यूरोलॉजिस्ट नहीं होने के कारण देहरादून जाना पड़ता है। मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में स्वास्थ्य मंत्री लगातार न्यूरो और कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती की मांग कर रहे थे, जिनमें से सिर्फ न्यूरोलॉजिस्ट ही पोस्टिंग में सफल रहे हैं. न्यूरोलॉजिस्ट की तैनाती के बाद अब पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी जिलों के मरीजों का इलाज न्यूरो संबंधी इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में ही होगा।

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