व्यासी जल विद्युत परियोजना का प्रकरण जहां काफी लंबे समय से चल रहा था और ग्रामीण आंदोलन भी कर रहे थे और अपनी जमीन के बदले जमीन की मांग को लेकर खड़े हुए थे वही जल विद्युत परियोजना से परभावित ग्रामीणों के मकान बिना मूल्यांकन किए और बिना पेड़ों का मूल्यांकन किए और ना ही ग्रामीणों का विस्थापन किए उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड और जिला प्रशासन के द्वारा जेसीबी मशीन लगाकर तोड दिए गए वही ग्रामीणों ने बताया की उनका विस्थापन किए बगैर ही उनका लोहारी गांव उजाड़ दिया गया वही अब यह लोग बेघर हो गए हैं वा उनके परिवार खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने को को मजबुर है वही उनके पशुओं के लिए खाने को चारा भी नहीं ही और डैम का पानी उनके गांव तक पहुंचना शुरू हो गया है वही उनके खेत भी इस डैम में डूब जाएंगे बताते चलें कि आज चकराता विधायक प्रीतम सिंघ भी मौके पर पहुंचे और प्रशासन से उनके विस्थापन की मांग की