रोपवे परियोजना के अंतर्गत शिफन कोर्ट से बेघर हुए लोगों को 3 साल बाद भी न्याय नहीं मिल पाया है इसी को लेकर आज शहीद स्थल झूला घर पर उत्तराखंड क्रांति दल ने शिफन कोर्ट के बेघरों के साथ बैठक की और 1 मार्च से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को अपना समर्थन देने की बात कही।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय प्रवक्ता शांति प्रसाद भटट ने कहा कि शिफन कोर्ट के लोगों ने बताया कि उनकी अनदेखी हो रही है और जब तक शिफन कोर्ट के बेघरों को पचास गज जमीन या मकान बनाकर नहीं देती तब तक आंदोलन जारी रहेगा उन्होंने कहा कि जब से तराजू वाली मानसिकता वाली भाजपा की सरकार बैठी है जो ये उत्तरा खंडियत को खत्म कर बडे उद्योगपतियों को सरकारी जमीनों में बैठाकर उत्तराखंड के अंदर सिर्फ पैसा कमाने की मानसिकता से कार्य कर रही है जिसका परिणाम शिफन कोर्ट है जहां तीन साल से बेघरों को अभी तक विस्थापित नहीं किया गया। शिफन कोर्ट समिति के महासचिव संजय टम्टा ने कहा कि गरीबों की पीड़ा को किसी ने नहीं समझा तीन साल से छल किया जा रहा है और आज उक्रांद ने समर्थन दिया है उन्होंने पीड़ा को समझा।
इस मौके पर उत्तराखंड क्रांति दल की केंद्रीय महामंत्री मीनाक्षी घिल्डियाल ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल की लड़ाई मूल निवासियों की लड़ाई है, जब से शिफन कोर्ट से मजदूरों को बेघर किया गया तब से उक्रांद उनके साथ है क्षेत्रीय दल होने के नाते क्षेत्र के लोगों के साथ खडे हैं।