मसूरी वन प्रभाग रेंज कार्यालय में वन अग्नि की रोकथाम के लिए मसूरी वन प्रभाग और हंस फाउंडेशन द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीणों को वन अग्नि रोकने का प्रशिक्षण दिया गया साथ ही वनों में आग की बढ़ती घटनाओं से रोकथाम के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया गया इससे ग्रामीण क्षेत्रों में वन अग्नि की रोकथाम पर काफी हद तक रोक लगने की संभावना है इस प्रशिक्षण के दौरान ग्रामीणों को आग बुझाने के उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे साथ ही ग्रामीणों को इंश्योरेंस की भी सुविधा मिलेगी बड़ी संख्या में आए ग्रामीणों ने आज कार्यशाला में भाग लिया और वनों को आग से बचाने के लिए दिए जा रहे प्रशिक्षण में विभिन्न जानकारियां हासिल की मसूरी वन विभाग का लक्ष्य है की लगभग 500 लोगों को इसका प्रशिक्षण दिया जाए इसके लिए आज मसूरी रेंज के अलावा टिहरी जनपद के चार वन प्रभाग के ग्रामीणों के साथ ही वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे
इस बारे में जानकारी देते हुए मसूरी वन प्रभाग के प्रभागीय अधिकारी वैभव कुमार सिंह ने बताया कि यहां आयोजित किये जा रहे कार्यशाला में ग्रामीणों को जंगलों में आग से बचाव का प्रशिक्षण दिया गया है और यदि यह योजना सफल होती है तो प्रदेश भर में इसे लागू करवाने के लिए उच्च अधिकारियों से निवेदन किया जाएगा उन्होंने कहा कि इससे जहां आग लगने की घटनाओं पर अंकुश लगेगा वहीं आने वाले समय में इसका प्रभाव भी देखने को मिलेगा और हम अपने जंगलों की सुरक्षा कर पाएंगे
इस मौके पर हंस फाउंडेशन की ब्लॉक कोऑर्डिनेटर दिव्या ज्योति बिजल्वाण ने कहा कि हंस फाउंडेशन का उद्देश्य है कि उत्तराखंड की धरोहर को बचाया जा सके और वनों में आग लगने से कई संरक्षित प्रजाति के पेड़ पौधे जल जाते हैं ऐसे में नजदीकी ग्रामीण को आज प्रशिक्षण दिया गया है ताकि वनों को आग से बचाया जा सके इसके लिए आज ग्रामीणों को फायर उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि प्रदेश में अल्मोड़ा बागेश्वर टिहरी पौड़ी से 1000 ग्राम सभाओं को इसमें जोड़ा गया है और यदि यह योजना सफल होती है तो प्रदेश भर में इसे लागू करने का प्रयास किया जाएगा साथ ही देश के अन्य राज्यों में भी इसे लागू करवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे