देहरादून में निवासरत सोहन सिंह रावत एवं हरीश कंडवाल ने फिर एक और दुर्गम्य आस्था के मंदिर तक साइकिल से आध्यात्मिक यात्रा कर एक मिसाल कायम कर दी है।
सीआरपीएफ में सहायक कमांडेंट के पद पर डिब्रूगढ़, असम में तैनात 56 वर्षीय सोहन सिंह रावत तथा देहरादून में बीपीएल मेडिकल टेक्नोलॉजी में कार्यरत 45 वर्षीय हरीश कंडवाल ने गत दिनांक 23 दिसंबर को देहरादून से साइकिल से यात्रा प्रारम्भ की और उसी दिन 175 किमी की यात्रा कर रुद्रप्रयाग पहुंचे।
अगले दिन 24 दिसंबर को रुद्रप्रयाग से क्रोंच पर्वत पर स्थित भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर तक लगभग 42 किमी की यात्रा कर दर्शन किए। जिसमें साढ़े तीन किमी की पैदल यात्रा भी शामिल है। कठिन पहाड़ी रास्तों से होते हुए यहां पहुंचने वाली ये अबतक की पहली साइकिल हैं। ज्ञातव्य है की इससे पूर्व भी दोनों ने वर्ष 2021 में देहरादून से गर्तांग गल्ली एवं गंगोत्री की यात्रा के दौरान दयारा बुग्याल तक साइकिल यात्रा की थी और वहां पहुंचने वाली इनकी पहली साइकिल थी।दोनों ने दिनांक 25 दिसंबर को रुद्रप्रयाग से देहरादून तक वापसी की यात्रा की। इस प्रकार इन्होंने साइकिल से कुल 430 किमी की कठिन पहाड़ी रास्ते की यात्रा मात्र तीन दिन में पूरी की।
सोहन सिंह रावत ने अवगत कराया की उनका ध्येय उत्तराखंड के तीर्थ स्थलों तक साइकिल से यात्रा कर अपने पूर्वजों द्वारा प्राचीन काल में की गई पैदल यात्राओं को आत्मसात करना, प्रकृति के साथ जुड़ाव, आम जनमानस को तीर्थयात्रा एवं अपने शारीरिक स्वास्थ्य के लिए प्रेरित करना है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है की सोहन सिंह रावत वर्ष 2019-2020 में पंच केदार यात्रा, चारधाम यात्रा, विभिन्न शैव मंदिर एवं शक्ति पीठों की साइकिल से आध्यात्मिक यात्रा कर चुके हैं।