उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन द्वारा 30/09/2005 तक सेवा में आये समस्त कार्मिकों को जीपीएफ एवं पुरानी पेंशन का लाभ अनुमन्य किये जाने एवं यूपीसीएल में सहायक अभियंता एवं अधिशाषी अभियंता के रिक्त पदों पर प्रोन्नति किये जाने सहित 18 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर में किया जा रहा सांकेतिक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम
ध्यानाकर्षण कार्यक्रम के क्रम में यूपीजेईए सदस्यों द्वारा आज से कार्यस्थल पर काली पट्टी बांधकर किया जा रहा काम
22 जनवरी को प्रभु श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भव्य आयोजन होने के अवसर पर ध्यानाकर्षण कार्यक्रम एक दिन (22जनवरी) के लिए स्थगित रहेगा….23 जनवरी से यथावत रहेगा कार्यक्रम
25 जनवरी को संगठन भवन माजरा में बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया जाएगा
आज पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन (यूपीजेईए ) द्वारा प्रदेश भर में सांकेतिक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम जारी रखा गया इसके अन्तर्गत यूपीजेईए के सदस्यों द्वारा प्रदेश भर में अपने कार्यस्थल पर काली पट्टी बाँधकर कार्य किया गया। यह भी तय किया गया कि 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर एक दिन के लिए एसोसिएशन का ध्यानाकर्षण कार्यक्रम स्थगित रहेगा।
प्रान्तीय अध्यक्ष सुनील उनियाल ने कहा कि निगम द्वारा हाईकोर्ट के निर्देश पर सहायक अभियंताओं की अंतिम वरिष्ठता सूची जारी की है जिसमें सीधी भर्ती के सहायक अभियन्ताओं को प्रोन्नत सहायक अभियन्ताओं से वरिष्ठ दर्शाया गया है। इसे ही मा०उच्च न्यायालय द्वारा सीरियस कंट्रोवर्सी ( गम्भीर विवाद ) बताक़र कहा है कि – यूपीसीएल द्वारा हाईकोर्ट के 09.06.2023 के आदेश का अनुपालन किया है या नहीं।
प्रान्तीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रबंधन षड्यंत्र के तहत 2008-09 में प्रोन्नत सहायक अभियन्ताओं को अधिशाषी अभियंता के रिक्त पदों पर प्रोन्नति करने के स्थान पर चयन वर्ष2010-11 से सीधी भर्ती से आये सहायक अभियंताओं को 2008- 09 की वरिष्ठता प्रदान करना चाहता है। यही कारण है कि निगमो एवं हाईकोर्ट के आदेश को दरकिनार कर वरिष्ठता सूची में 50 क्रम नीचे के सीधी भर्ती के सहायक अभियन्ताओं को अधिशाषी अभियंता के रिक्त पदों का प्रभार दिया गया है। यह भी मा०उच्च न्यायालय द्वारा याचिका संख्या 132/2022 में दिए आदेश की अवज्ञा है। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि 2010-11 में सीधी भर्ती के एईओं द्वारा अपनी नियुक्ति से पूर्व विभाग एवं शासन द्वारा विभाग एवं लोकहित में किए गए शिथिलीकरण पर आपत्ति की जा रही है, जबकि इसी का लाभ लेकर 2002 बैच के सीधी भर्ती के एई आज विभाग उच्च पदों पर आसीन हैं एवं उनकी पदोन्नति के पश्चात रिक्त पदों पर ही 2010-11 के सहायक अभियन्ताओं की नियुक्ति हुई है।
केन्द्रीय महासचिव पवन रावत ने कहा कि सांकेतिक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम के क्रम में प्रदेश भर से सदस्यों द्वारा मा०मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव एवं अध्यक्षा ऊर्जा निगम एवं सचिव ऊर्जा को ज्ञापन भेजकर न्याय प्रदान किये जाने की गुहार लगाई गयी है। उन्होंने कहा कि ध्यानाकर्षण कार्यक्रम के क्रम में एसोसिएशन के सदस्य दिनाँक 20 से 24 जनवरी तक (22 जनवरी छोड़कर) अपने कार्यस्थल पर काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। इसके पश्चात 25 जनवरी को संगठन भवन माजरा में बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया जाएगा।
आज देहरादून में ध्यानाकर्षण कार्यक्रम में केन्द्रीय महासचिव पवन रावत, प्रान्तीय अध्यक्ष सुनील उनियाल सहित राजीव खर्कवाल, संजय कुमार गजेंद्र, राममनोहर , हरीश वल्लभ, कुलभूषण कुकरेती, सूर्य प्रकाश, नवनीत चौहान, अंशुल ध्यानी, मनोज प्रकाश सिंह रावत, रावत, भूपेन्द्र, रजनी, कुंवर पाल, शीतल सैनी, अंजुला सिंह, ममता, रजनी, करिश्मा रोहित मालकोटी, संदीप सिंह पंवार, उमाशंकर , सुनील पोखरियाल, के डी जोशी, अमित रौंछेला आदि सदस्य शामिल रहे।