लंबे समय से आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को आखिरकार मसूरी वन प्रभाग की टीम द्वारा कड़ी में मशक्कत के बाद पकड़ लिया गया लगातार छोटे बच्चों पर हमला कर उनको अपना निवाला बनाने वाले आदमखोर गुलदार के पकड़े जाने से क्षेत्र वासियों ने राहत की सांस ली है वहीं वन विभाग की टीम ने भी इस ऑपरेशन में दिन-रात एक कर जगह-जगह पर कैमरे और पिंजरे लगाए गए थे जिसके बाद उन्हें गुलदार को पकड़ने में सफलता मिली विगत दिनों गुलदार द्वारा एक 10 वर्षीय बालक पर हमला कर दिया गया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी उच्च अधिकारियों द्वारा कड़े निर्देश के बाद वन विभाग की टीम द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन किया गया और आज सुबह वन विभाग की टीम को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है बताया जा रहा है कि यह वही गुलदार है जिसने बच्चों पर हमला किया था और इसके पकड़े जाने से जहां वन विभाग ने राहत की सांस ली है वहीं प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने भी वन विभाग के इस कार्य की सराहना की है वन विभाग की टीम के साथ ही स्वयं डीएफओ भी दिन-रात क्षेत्र में गस्त कर रहे थे और टीम का नेतृत्व कर रहे थे।
प्रभागीय वन अधिकारी वैभव कुमार ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था जो अलग-अलग क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे और आज सुबह रिखोली ग्राम के क्षेत्र अंतर्गत आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को पकड़ लिया गया है उन्होंने इसके लिए वन विभाग की टीम की सराहना की जिन्होंने रात दिन गुलदार को पकड़ने के लिए कार्य किया और अपनी जान की परवाह ना करते हुए आदमखोर गुलदार को पकड़ा है।
गुलदार रेस्क्यू अभियान में प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी वैभव कुमार, उप प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून मसूरी डॉ उदय गौड़,उप प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी दिनेश नौडियाल, वन क्षेत्राधिकारी मसूरी शिव प्रसाद गैरोला, रेंज अधिकारी रायपुर राकेश नेगी, अभिषेक सजवान वन दरोगा, सुरेश नेगी, राहुल चौहान, हरेंद्र सजवान, मनवीर, सुरेश पंवार वन बीट अधिकारी, मौहम्मद रज्जाक(बीट सहायक), विशन, नवीन, गौरव डोभाल, प्रदीप, रमेश, महावीर, मुलायम, मगन, सतेंद्र, कुंदन,प्रवीन सुल्तान तोमर, दीपक आदि उपस्थित थे।प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी द्वारा समस्त टीम को बधाई दी एवं टीम को इनाम देने की घोषणा की।