कारगिल विजय दिवस उन शहीदों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने कारगिल युद्ध में अपने देश के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कर्गिल युद्ध हुआ जो लगभग 60 दिन तक चला और 26 जुलाई के दिन इसका अंत हुआ जिसमें भारत विजय हुआ था । कारगिल में विजय भारत के संकल्पों की जीत थी । यह विजय हर भारतीय की उम्मीदों और कर्त्तव्यपराणता की जीत थी।
कारगिल विजय दिवस स्वतंत्रता का अपना ही मूल्य होता है, जो वीरों के रक्त से चुकाया जाता है, कारगिल युद्ध में हमारे लगभग 500 से ज्यादा वीर युद्ध शहीद हुए थे और 1300 से ज्यादा घायल हो गए। इसमें से ज्यादातर वह नौजवान थे जिन्होंने अपनी जवानी के 30 वर्ष भी नहीं देखे थे। इन शहीदों ने भारतीय सेना की शौर्य व बलिदान की उस सर्वोच्च परम्परा का निर्वाह किया, जिसकी सौगंध हर सिपाही तिरंगे के समक्ष लेता है।
कारगिल युद्ध के नायकों के सम्मान में हर साल 26 जुलाई को कारगिल सेक्टर और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में मनाया जाता है। साथ ही भारत के प्रधानमंत्री हर साल इस दिन इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति के साथ सैनिको को श्रद्धांजली प्रदान करते है । सशस्त्र बालों के स्मरण के लिए पूरे देश में इस दिन को सम्मान के साथ उन्हें याद किया जाता है।