जगजीवन राम, जिन्हें बाबूजी के नाम से जाना जाता है, एक राष्ट्रीय नेता, एक स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक न्याय के एक योद्धा थे उनका एक महान व्यक्तित्व था और प्रतिबद्धता, समर्पण और समर्पण के साथ भारतीय राजनीति में आधी सदी से अधिक लंबी पारी खेली। उनकी पुण्यतिथि पर आज अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक राजकुमार व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस भवन में उन्हें श्रद्धांजलि दी l इस अवसर पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि बापू जगजीवन राम बहुत ही जटिल कार्यकर्ता थे और 1934 में उन्होंने कलकत्ता में अखिल भारतीय रविदास महासभा और ऑल इंडिया डिप्रेस्ड क्लास लीग की स्थापना की। इन संगठनों के माध्यम से उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में उदास वर्गों को शामिल किया। उनका विचार था कि दलित नेताओं को न केवल सामाजिक सुधारों के लिए लड़ना चाहिए, बल्कि राजनीतिक प्रतिनिधित्व की भी माँग करनी चाहिए। और उन्होंने कहा कि बापू जगजीवन राम ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक प्रमुख भूमिका निभाई। स्वतंत्रता-पूर्व अवधि के दौरान, बाबूजी ने कांग्रेस पार्टी में राज्य स्तर पर महत्वपूर्ण कार्य किए। स्वतंत्रता के बाद, वह पार्टी की धुरी बन गए और पार्टी के मामलों के साथ-साथ देश के शासन के लिए अपरिहार्य थे उनके आश्चर्यजनक कौशल के कारण वे सभी के प्रिय थे l इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, पार्षद बिजेंद्र पाल, नीनु सहगल, देविका रानी, हरि प्रसाद भट्ट, संगीता अनूप कपूर, आनंद त्यागी, अर्जुन सोनकर, रीता रानी, निखिल कुमार, राजेन्द्र खन्ना, अनुसूचित जाति देहरादून जिला अध्यक्ष अमिचंद सोनकर, विकास नेगी, देवेन्द्र सिंह, गुलशन, रवि आदि मौजूद थे।